छुप गये सारे नजारे ओय क्या बात हो गई
मैने मैया सजाई सारी रात हो गई
मैया टीका ना पहने ओय क्या बात हो गई
मैंने बिंदिया लगाई करामात हो गई:
मैया हरवा ना पहने ओय क्या बात हो गई
मैंने माला पहनाई करामात हो गई
मैया कंगना ना पहने ओय क्या बात हो गयी
मैंने मेहँदी लगायी करामात हो गई
मैया लहंगा ना पहने क्या बात हो गई
मैंने चुनरी ओढ़ाई करामात हो गई
मैया हलवा ना खाये क्या बात हो गई
मैंने भोग लगाया करामात हो गई
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छुप गये सारे नजारे ओय क्या बात हो गई
छुप गये सारे नजारे ओय क्या बात हो गई
तेरे रहते क्यों झोली ये खाली है मां