लेडीज कीर्तन भजन लिरिक्स:ग्यारस माता के भजन नए-नए
बहु भोजन ना करूं मैं आज, आज मेरे ग्यारस है।
सुबह सवेरे मैंने गंगा नहाई, फिर चाय बनाई कड़कदार, आज मेरे ग्यारस है।
बहु भोजन ना करूं मैं आज, आज मेरे ग्यारस है।
ग्यारह बजे बहु पुछण को आई। मैं तो जपु राम राम राम, आज मेरे ग्यारस है।
बहु भोजन ना करूं मैं आज, आज मेरे ग्यारस है।
चार बजे दूध मेवा मंगाई। और खीर बनाई खोएदार आज मेरे ग्यारस है।
बहु भोजन ना करूं मैं आज, आज मेरे ग्यारस है।
शाम पड़ी बुढ़ऊ घर आए।वो तो मुंह मुंह ताके हमार,आज मेरे ग्यारस है।
बहु भोजन ना करूं मैं आज, आज मेरे ग्यारस है।
पीछे से बुढ़ऊ मेवा ले आए।बोले मेवा खा लो मेरी जान, आज मेरे ग्यारस है।
बहु भोजन ना करूं मैं आज, आज मेरे ग्यारस है।